ब्रासीलिया/नई दिल्ली, 17 अप्रैल 2025 : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ब्रिक्स देशों के कृषि मंत्रियों की 15वीं बैठक के सिलसिले में इन दिनों ब्राजील प्रवास पर हैं। अपने दौरे के दौरान उन्होंने सोयाबीन उत्पादन प्लांट, टमाटर और मक्का की आधुनिक खेती, और उन्नत सिंचाई तकनीकों का गहन अवलोकन किया।
श्री चौहान ने कहा कि भारत और ब्राजील कृषि क्षेत्र में मिलकर अनेक स्तरों पर सहयोग कर सकते हैं—खासकर सोयाबीन के उत्पादन और प्रोसेसिंग, मैकेनाइजेशन, और बेहतर बीज विकास के क्षेत्रों में। उन्होंने इस दिशा में आईसीएआर (भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद) के साथ ब्राजील की रिसर्च एजेंसियों को मिलकर काम करने का सुझाव दिया।
सोया ऑइल इम्पोर्ट नहीं, भारत से निर्यात का लक्ष्य
श्री चौहान ने बताया कि भारत अभी ब्राजील से सोया तेल आयात करता है, लेकिन अब समय है कि हम मिलकर सोया प्रोसेसिंग प्लांट्स की स्थापना करें और भारत से भी निर्यात की संभावनाएं विकसित करें।
मैकेनाइजेशन और सिंचाई तकनीक से मिले नए आयाम
ब्राजील में खेती की पूरी प्रक्रिया 100% मैकेनाइज्ड है। चाहे कपास की कटाई हो या टमाटर की सिंचाई—हर कदम पर तकनीक का शानदार उपयोग हो रहा है। श्री चौहान ने बताया कि वहां एक मशीन के जरिए यूरिया और पानी का मिश्रण सीधे स्प्रिंकलर सिस्टम से पौधों तक पहुंचाया जाता है, जिससे कम पानी में अधिक उत्पादन संभव हो रहा है।
ब्राजील को भारत आने का न्योता
भारतीय कृषि को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए श्री चौहान ने ब्राजील के प्रतिनिधिमंडल को भारत आने और संयुक्त संभावनाएं तलाशने का आमंत्रण भी दिया। उन्होंने विश्वास जताया कि दोनों देश मिलकर तकनीकी सहयोग और व्यापारिक संबंधों को नई दिशा दे सकते हैं।
“वसुधैव कुटुंबकम” की भावना से कृषि सहयोग
शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपनी खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित किया है और अब हम दुनिया के कई देशों को एक्सपोर्ट भी कर रहे हैं। ब्राजील और भारत मिलकर वैश्विक खाद्य सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकते हैं।”