कानपुर में आठ पुलिस वालों को मौत के घाट उतारकर फरार विकास दुबे की तलाश में अब पूरी यूपी पुलिस दिन रात एक कर रही है लेकिन इन सबमें वो सवाल दबा रह गया कि इस अपराधी विकास को राजनीती और दबंगई में विकास करने के पीछे कौन सा गठजोड है . यहां तक इस मामले में शहीद एक डीएसपी ने तो पहले ही चिठठी लिखकर एसपी को विकास के खतरनाक इरादों की सूचना दी थी लेकिन उस पर कुछ नहीं किया गया .
चौबेपुर थाना के बिकुर गांव के विकास का कोई बड़ा जनाधार शुरु में नहीं था लेकिन राजनीति ने अपने फायदे के लिए उसका इस्तेमाल किया और वो बढा होता गया , खुद विकास ने एक पुराने विडीयो में कहा था कि सारी राजनीतिक पार्टियां उससे मदद मांगती थी और बीएसपी उसका घर रही है . सब नेताओं के साथ उसके फोटो हैं . लेकिन इससे योगी सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकती . सवाल यही कि गुंडाराज का खात्मा करने का दम भरने वाली योगी सरकार और पुलिस ने इतने दिनों तक उस पर लगाम क्यों नहीं लगायी और अब जब उसने आठ पुलिस वालों को मार दिया तो उसके घर को तोडा जा रहा है और उसके नाते रिशतेदारों पर दबिश दी जा रही है .
इस बीच खबर आयी है कि पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे का साथ देने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें मुठभेड़ के दौरान हिस्ट्रीशीटर का साथ देने वाले गांव के शातिर सुरेश वर्मा, फरार एक अपराधी की पत्नी और मुठभेड़ में दबोचे गए नौकर की पत्नी है। तीनों को माती कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
एसपी ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव के मुताबिक विकास की गिरफ्तारी के लिए सीओ ने सर्किल फोर्स के साथ दबिश दी थी तो गांव के सुरेश वर्मा ने ही सड़क से रेकी कर शूटरों को दबिश की जानकारी दी थी, उसने अपराधियों को भगाया भी था और खुद भी फरार हो गया था। उसे बिठूर तिराहे से पकड़ा गया। वह रिश्तेदार के यहां छिपा था। शहर से भागने की फिराक में था, इससे पहले पुलिस की गिरफ्त में आ गया। विकास के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री उर्फ कल्लू के बाद उसकी पत्नी रेखा और दबिश के दौरान पुलिस पर गोलियां बरसाने वाले संजू उर्फ संजय की पत्नी क्षमा को भी दबोच लिया है। तीनों का नाम एफआईआर में बढ़ाया गया है। इन तीनों पर पुलिस कर्मियों की हत्या की साजिश में शामिल और अपराधियों का सहयोग करने का आरोप है।
मोहित अग्रवाल, आईजी रेंज ने बतया कि जांच में जुटी चौबेपुर पुलिस ने बिकरू कांड की आरोपित दो महिलाओं और एक अन्य को गिरफ्तार किया है। तीनों का नाम एफआईआर में बढ़ाने के बाद जेल भेज दिया गया।