महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और शिवसेना ने हाथ तो मिला लिया है लेकिन कार्यकर्ताओं का मन नहीं मिल पा रहा है.इसका असर जमीन पर दिख रहा है कि अब तक शिवसेना के तेवर तो तीखे है लेकिन भाजपा के लिए लहर का माहौल नहीं बन पा रहा है . भाजपा को उम्मीद अब अगले दो दिन में पीएम की सभाओं से ही है .
अकेले मुंबई में आपसी झगडे का फायदा कांग्रेस को मिल सकता है. जैसे वर्सोवा सीट पर भाजपा की टिकट पर लड रही भारती लव्हेकर को भाजपा के नेताओं ने तो छोड ही दिया है खुद भाजपा के मोहित कंबोज और संजय पांडे ही उनको निपटा रहे है .इसके अलावा शिवसेना के एक बागी मैदान में है और शिवसेना के पार्षद भी काम नही कर रहे . ये सीट गलती से कांग्रेस के बलदेव खोसा के नाम लग सकती है . बशर्ते प्रिया दत्त उनके लिए प्रचार करें.
बांद्रा ईस्ट में भी शिवसेना का आपसी झगडा बढ गया है .यहां पर पुराने दिवंगत शिवसैनिक बाला सावंत की पत्नी तृप्ति सावंत की टिकट काटकर मेयर महाडेश्वर को दे दी गयी है. अब तृप्ति भी मैदान में हैं . इस सीट पर कांग्रेस ने बाबा सिददीकी के बेटे जीशान को टिकट दी है . जीशान दो की लडाई में जीत सकते हैं.
भाजपा का आपसी झगडा सायन कोलीवाडा में भी दिख रहा है . वहां कैप्टन तमिल सेल्वन के खिलाफ भाजपा के ही प्रसाद लाड लग गये हैं . वो अपनी पत्नी के लिए आगे की राह खोलना चाहते हैं. ऐसे में फायदा कांग्रेस के गणेश यादव को मिल रहा है . गणेश चुनाव भी जीत सकते हैं.
अंधेरी ईस्ट में भी आपसी झगडे के चलते कांग्रेस के अशोक जाधव को बडा फायदा होते दिख रहा है . यहां शिवसेना के लोग साथ नही दे रहे हैं. इसके अलावा फायदा कांग्रेस के मालाड से विधायक असलम शेख को भी मिल रहा है . जहां बीजेपी ने रमेश ठाकुर को टिकट दिया है लेकिन शिवसेना ये सीट चाह रही थी इसलिए अब शिवसेना वहां बीजेपी का साथ नही दे रही .
मीरा भायंदर में बीजेपी मे बागी हो गयी गीता जैन का फायदा सीधे कांग्रेस के उम्मीदवार मुजफ्फर हुसैन को मिलता दिख रहा है. अभी के अनुमान के अनुसार करीब तीन लाख तक वहां वोटिंग होती है जिसमें अगर गीता जैन करीब 70 हजार वोट ले गये तो बीजेपी के विधायक नरेंद्र मेहता हार सकते हैं.
शिवसेना बीजेपी का झगडा कोलाबा सीट पर भी दिख रहा है . शिवसेना हर हाल में ये सीट चाह रही थी लेकिन बीजेपी ने नही दी और टिकट एनसीपी से आये राहुल नार्वेकर को दे दी . राहुल मनसे मे भी रहे इसलिए उनकी शिवसेना से नही बनती .इसका फायदा कांग्रेस के अशोक भाई जगताप को मिल रहा है.
इसके अलावा मुंबादेवी में भाजपा के राजपुरोहित की टिकट कटने से राजस्थानी समाज नाराज है जिसका नुकसान भाजपा को होगा.इतना ही नहीं पीएमसी बैंक घोटाले से करीब 7 लाख मतदाता चार विधानसभाओ में प्रभावित हुए है .ये कांग्रेस को वोट भले नही दे लेकिन बीजेपी को भी वोट देने से बच रहे है. कम वोटिंग में समीकरण बदल सकते हैं. सायन कोलीवाडा .अंधेरी पूर्व . कुर्ला . घाटकोपर और मुलुंड में इसका असर दिख सकता है.
मुलुंड सीट पर छह बार विधायक रहे सरदार तारा सिंह को टिकट नही दी गयी जिससे भाजपा की अंदरुनी लडाई सतह पर आ गयी है इसी तरह पूर्व मंत्री प्रकाश मेहता नही चाहते कि घाटकोपर से उनकी सीट पर कोई और जीतकर जाये .
अब शुक्रवार को मुंबई में उदधव ठाकरे और पीएम मोदी की संयुक्त रैली करके मैसेज देने की कोशिश हो रही है लेकिन कहीं देर ना हो जाये . क्योकि कार्यकर्ती दोनों के आपस में अदावत से आगे दुशमनी तक जा रहे हैं.
– संदीप सोनवलकर