पटना। जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने विकसित बिहार के सात निश्चय के तहत संचालित योजनाओं की समीक्षा के लिए जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम के अद्यतन प्रगति का जायजा लिया। राजधानी के छज्जुबाग स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में डीएम ने आवेदकों से बात भी की तथा सेवाओं की उपलब्धता के बारे में फीडबैक लिया।
समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत बिहार राज्य शिक्षा वित्त निगम और बैंकों को 21119 आवेदन भेजे गये हैं जिसमें 21075 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं। 20079 छा़त्र-छात्राओं को राशि भी उपलब्ध करा दी गई है। शेष 996 आवेदन वित्त निगम के स्तर पर प्रकियाधीन है। डीएम ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (योजना एवं लेखा) को निर्देश दिया कि वित्त निगम से समन्वय स्थापित कर लंबित आवेदनों को यथाशीघ्र निष्पादित कराएं ताकि छात्र-छात्राओं को तुरंत इसका लाभ मिल सके।
मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के क्रियान्वयन की स्थिति समीक्षा के क्रम में बेहतर पाई गई। इसके अंतर्गत 28013 आवेदन स्वीकृत किये गये हैं तथा बैंक को भुगतान के लिए 27710 आवेदन भेज दिये गए हैं। 27456 लाभार्थियों के खाते में 40 करोड़ 74 लाख 11 हजार रुपये की राशि हस्तांतरित भी कर दी गई है। कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत 93994 आवेदन स्वीकृत किये गए हैं। इसमें अबतक 59628 विद्यार्थियों ने प्रशिक्षण प्राप्त कर लिया है। शेष का प्रशिक्षण जारी है। कुछ लोग प्रतीक्षा में हैं। डीएम ने जिला योजना पदाधिकारी को इसका लगातार अनुश्रवण करने का निर्देश दिया ताकि सभी लोगों को ससमय प्रशिक्षण मिल सके। डीएम ने जिला योजना पदाधिकारी को डीआरसीसी में लंबित मामलों की समीक्षा कर शीघ्र निष्पादित करने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए अधिकारी प्रतिबद्ध एवं तत्पर रहें।