पटना। जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन के प्रति सभी भागीदारों (स्टेकहोल्डर्स) को सजग, तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहना होगा। वन विभाग शहर के विभिन्न रोड डिवाइडरों के बीच पौधरोपण करे और उनकी देखभाल भी करे ताकि पौधे निर्बाध गति से बढ़ सकें। उन्होंने कहा कि अंतर्विभागीय समन्वय स्थापित करते हुए पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए सबको सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। कार्ययोजना के अनुसार वैधानिक प्रावधानों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा ताकि वायु की गुणवता में निरंतर सुधार हो सके। डीएम डॉ. सिंह ने सभी संबद्ध पदाधिकारियों को पर्यावरण सुरक्षा के लिए वैज्ञानिक तरीके से मिशन मोड में काम करने का निर्देश दिया।
वे मंगलवार को समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में वायु प्रदूषण की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए गठित जिलास्तरीय क्रियान्वयन समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले अपर नगर आयुक्त शीला ईरानी ने विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान डीएम ने परिवहन, यातायात, नगर निकायों, पथ निर्माण, खनन, कृषि, प्रदूषण नियंत्रण आदि विभागों के कार्यों की समीक्षा की। वन विभाग के प्रतिनिधि ने बताया गया कि रामचक बैरिया डम्पिंग यार्ड एरिया में लगभग 4960 पौधे लगाये गए हैं।
डीएम ने जिला परिवहन पदाधिकारी को सघन जांच अभियान चलाकर वाहनों के प्रदूषण कंट्रोल प्रमाणपत्र की जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि जो वाहन प्रदूषण फैला रहे हैं, उनपर कार्रवाई करें। जिला शिक्षा पदाधिकारी को विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया ताकि बच्चों के माध्यम से समाज में पर्यावरण सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता का संदेश दिया जा सके। डीएम ने वन विभाग को शहर के विभिन्न रोड डिवाइडर के बीच पौधरोपण करने और उनकी देखभाल करने का निर्देश दिया ताकि पौधे बड़े हो सकें। डीएम ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए जनहित में यह आवश्यक है। हम सभी को पर्यावरण सुरक्षा के लिए संवेदनशील होना पड़ेगा। बैठक में उपविकास आयुक्त तनय सुल्तानिया, वन विभाग के पदाधिकारी, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के प्रतिनिधि, जिला कृषि पदाधिकारी, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता समेत कई विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद थे।