पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बेहतर सड़क से लोगों का आवागमन आसान होता है। ग्रामीण पथों का बेहतर रखरखाव विभाग से ही करायें। इसके लिए आवश्यकतानुसार अभियंताओं और तकनीकी कर्मियों की शीघ्र नियुक्ति भी करें। विभाग के अभियंता पथों के निर्माण और मेंटेनेंस के लिए जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करेंगे तो बेहतर सड़कों का निर्माण होगा और सड़कें मेंटेन भी रहेंगी।
मुख्यमंत्री एक अणे मार्ग स्थित संकल्प सभागार में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देने के दौरान यह बातें कही। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि संसाधनों की जो भी आवश्यकता होगी उसे पूरा किया जायेगा।
बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने ग्रामीण सड़कों के निर्माण की योजनावार स्थिति एवं बिहार ग्रामीण पथ विभागीय अनुरक्षण नीति के संबंध में प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी। ग्रामीण विभाग के सचिव ने बताया कि लक्षित बसावटों में संपर्कता प्रदान करने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री ग्राम सम्पर्क योजना एवं अन्य राज्य योजना, ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना, ग्रामीण पथों के नवीनीकरण एवं उन्नयन कार्य आदि कार्यों की अद्यतन जानकारी दी।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्माण के साथ-साथ मेंटेनेंस को लेकर पथों का स्थलीय निरीक्षण अभियंता करते रहें। ग्रामीण कार्य विभाग बचे हुए टोलों के लिए भी पथों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करायें ताकि उनकी संपर्कता सुलभ हो सके। ग्रामीण इलाकों में जिन पथों की चौड़ीकरण की आवश्यकता है उसका आकलन कर उस पर काम करें। क्षतिग्रस्त पथों का पुनर्निर्माण कार्य भी तेजी से कराएं। मुख्यमंत्री ग्रामीण टोला संपर्क योजना तथा अन्य निर्माणाधीन पथों का निर्माण तेजी से पूर्ण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हमलोगों ने बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराया है। किए गए कार्यों को लोगों को बतायें जिससे उन्हें पता चले कि राज्य सरकार द्वारा अपने संसाधन से बेहतर ग्रामीण पथों का निर्माण कराया गया और उसकी देखभाल की जा रही है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुल-पुलियों का निर्माण कराना ही नहीं है, बल्कि उसका अच्छे से मेंटेनेंस भी उतना ही जरूरी है। विभाग द्वारा मेंटेनेंस करवाने से खर्च में भी बचत होगी और लोगों को नौकरी और रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। बैठक में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद रहे।