पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में सोमवार को भूमि संबंधित मामलों की भरमार रही। किसी ने कब्जे की शिकायत की तो किसी ने फर्जी कागजात बनाकर जमीन बेचने की शिकायत दर्ज कराई। मामलों पर सख्त रूख अख्तियार करते हुए मुख्यमंत्री ने भूमि सुधार एवं राजस्व विभाग को सभी मामलों के त्वरित निष्पादन के निर्देश दिए। वे सोमवार को देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। कुल 72 लोगों की समस्याओं को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से सुना और शिकायतों के समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश अधिकारियों को दिए।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सुपौल जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी जमीन फर्जी कागज के आधार पर दूसरे व्यक्ति ने बेच दी है। वहीं, सुपौल जिले से ही आई एक अन्य महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर कब्जा कर लिया गया है। कब्जा करने वाले दबंग मारपीट भी करते हैं। मुख्यमंत्री ने मामलों को गंभीरता से सुना और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।
भागलपुर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जमाबंदी से मेरा नाम हटाकर किसी और का चढ़ा दिया गया है। इसकी शिकायत संबंधित विभाग को करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। वहीं, भागलपुर जिले से ही आए एक अन्य बुजुर्ग ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि 22 डिसमिल जमीन का मेरे पक्ष में फैसला आने के बाद भी भूमि पर कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। इस संदर्भ में हमने संबंधित अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया ।
मधेपुरा जिले से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि अंचलाधिकारी द्वारा अनियमितता किए जाने से मेरी निजी जमीन का कब्जा मुझे नहीं मिल पा रहा है। मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को जांचकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीतामढ़ी जिले से आई एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर दबंग जबरन मकान का निर्माण कर रहे हैं। वहीं, सीतामढ़ी जिले से ही आए एक अन्य युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि कब्रिस्तान की घेराबंदी नहीं की जा रही है। शिकायत किए जाने के बाद भी संबंधित विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया ।
बेगूसराय जिले से आई एक वृद्ध महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है और जान से मारने की भी धमकी दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।
जहानाबाद जिले से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी निजी भूमि का अधिग्रहण किए जाने के बाद भी मुझे मुआवजे की राशि अब तक नहीं मिल पाई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
कैमूर जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि दलितों की भूमि पर कब्जा कर दबंग लोग तालाब, पोखर का निर्माण करा रहे हैं। इस संबंध में शिकायत किए जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सिवान जिले से आए एक जेपी सेनानी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैं नौ माह तक सिवान, छपरा और बक्सर जेल में जेपी आंदोलन के दौरान बंद था, लेकिन अब तक जेपी सेनानी पेंशन नहीं मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई का निर्देश दिया।
आज के जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, निगरानी विभाग, खान एवं भू.तत्व विभाग, निर्वाचन विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग एवं संसदीय कार्य विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, खान एवं भूतत्व मंत्री डॉ. रामानंद यादव और वरीय अधिकारी मौजूद थे।