पहाड़पुर के बनकट नूनिया टोली में सोमवार देर शाम आग लग गई। हवा के कारण आग की लपटे इतनी तेज हो गयी कि देखते -देखते दर्जन भर से अधिक घर आग की लपटों के चपेट में आ गया और जलकर राख हो गया। इसमें अन्न, वस्त्र, बिछावन, फर्नीचर एवं अन्य दैनिक उपभोग की वस्तुओं सहित लाखों रुपए मूल्य की सम्पत्ति जलकर नष्ट हो गयी। आग से प्रभावित परिवारों के भोजन और सर ढकने के लिए छप्पर आदि की व्यवस्था के लिए स्थानीय समाजसेवी सर्वेश तिवारी ने 25,000 रुपए की आर्थिक मदद दी। अपना घर-बार खो चुके 14 परिवारों के बीच उन्होंने खाद्य सामाग्री भी बांटा।
स्थानीय लोगों ने बताया कि किसी के घर छठ पूजा के लिए प्रसाद बनाए जा रहे थे। उसी चूल्हे की चिनगारी से शायद झोपड़ी में आग लग गई। जिसकी चपेट में आने से दर्जन भर से अधिक घर जल गये। पीड़ित परिवारों से मिलकर उनका दर्द बांटने मौके पर पहुंचे सर्वेश तिवारी ने बताया कि “इस भीषण दुर्घटना में 14 परिवारों के घर-गृहस्ती का सारा समान जल चुका है। इसकी भरपाई तत्क्षण कर पाना संभव नहीं है। विपत्ति के इस समय में मैंने भरण-पोषण के लिए पीड़ित परिवार को आर्थिक साहायता तथा घरेलू सामाग्री उपलब्ध करवाया है।“
वहीं, पीड़ित महंत महतो ने कहा कि “ मेरा परिवार उजड़ गया। सारा सामान जलकर रख हो गया। आग के कारण हमलोगों के चार मवेशी की भी मौत हो गई है और गाय, भैंस, बछड़ा समेत कई मवेशी बुरी तरह झुलस गए हैं। 21 दिवसीय लॉक डाउन के कारण वैसे ही काम नहीं मिल रहा था तो आर्थिक तंगी थी। मुसीबत की घड़ी में मेरे और दूसरे प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आए सर्वेश तिवारी जी के हम आभारी हैं।“
मालूम हो कि, आगजनी की भयानक दुर्घटना के बारे में पता लगते ही सर्वेश तिवारी कुछ स्थानीय नौजवान के साथ मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने आनन-फानन में फायर ब्रिगेड बुलवाया। यही नहीं, कोरोना महामारी के कारण पालन किए जा रहे सोशल डिस्टेन्सिंग के बावजूद उन्होंने स्थानीय युवाओं की मदद से आग को फैलने से रोके रखा।