देश में कई राज्यों में 19 जून को राज्यसभा के चुनाव होने है और उससे पहले ही राजनीतिक उठापटक शुरु हो गयी है. गुजरात में अब तक आठ कांग्रेसी विधायक इस्तीफा दे चुके है तो मध्यप्रदेश में कांग्रेसी उम्मीदवार दिगिवजय सिंह के खिलाफ लामबंदी हो रही है .कई कांग्रेसी विधायक नहीं चाहते कि दिगिविजय जीत कर जाये.वहीं कांग्रेस ने कर्नाटक में कददावर नेता मल्लिकार्जुन खरगे को राज्यसभा देकर दलित कार्ड खेल दिया है .
गुजरात में राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव की तारीख ज्यों-ज्यों निकट आती जा रही है, त्यों-त्यों विधायक पद से इस्तीफा देने की राजनीति और तेज होती जा रही है। बीते दिन कांग्रेस के दो विधायकों के इस्तीफा देने के बाद शुक्रवार को मोरबी के कांग्रेस के एक और विधायक ब्रिजेश मेरजा ने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया। दो दिन में कांग्रेस के कुल तीन विधायकों ने विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। राज्यसभा के चार सदस्यों का चुनाव 19 जून को निर्धारित किया गया है। इसके लिए भाजपा ने तीन और कांग्रेस ने दो प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
राज्यसभा का चुनाव निकट आते ही भाजपा और कांग्रेस में चुनाव की राजनीति सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं। ये दोनों पार्टियां अपने प्रत्याशियों को जीताने की राजनीतिक पैतरे बांजी में मशगूल हो गयी हैं। बीते दिन कांग्रेस के करणजण विधानसभा सीट से विधायक अक्षय पटेल और कपराड़ा सीट से कांग्रेस के विधायक जीतू चौधरी ने विधानसभा के अध्यक्ष राजेन्द्र त्रिवेदी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
वहीं अब मोरबी के विधायक ब्रिजेश मेरजा के इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस के विधायकों की संख्याबल 65 तक सीमित हो गयी है। विधानसभा के चुनाव में राज्य में कांग्रेस के 77 विधायक विजयी हुए थे। धीरे-धीरे इनकी संख्या 65 पर पहुंच गयी है। राजनीतिक हलकों में हो रही चर्चा और भाजपा के दावों के अनुसार कांग्रेस के कई और विधायक इस्तीफा के फिराक में हैं।
मध्यप्रदेश में सिंधिया की बगावत के बाद अब कांग्रेस विधायकों की संख्या कम हो गयी है. कांग्रेस ने दो उम्मीदवार दिये है फूल सिंह बरैया और दिग्विजय सिंह . कांग्रेस को निर्दलीयों का भरोसा है लेकिन कांग्रेस के कई विधायक चाहते है कि बरैया जीते सिंह नहीं . गुप्त मतदान में कुछ भी हो सकता है.