क्यों फ्लॉप हो गए राज ठाकरे
इस चुनाव में एक बड़े बजट की फ़िल्म फ्लॉप हुई तो उसका नाम रहा राज ठाकरे
पूरे चुनाव में बिना उम्मीदवार के भी लगातार प्रचार करने वाले राज ठाकरे फ्लॉप हो गए। उनके कहने के बाद भी मराठी वोटरों ने शिवसेना को ही चुना और राज की दुकांन चलने के पहले ही बंद हो गई
राज अब बस मनोरंजक
राज ठाकरे भाषण अच्छा देते हैं लोगो को हंसाते है मुम्बई की आपाधापी में तनाव कम करते है लोग उनकी बातों पर तालियां बजाते है बेहतर है राज एक यु ट्यूब चैनल खोल लें फायदा तो होगा
मेहनत नही बस बाते
राज ठाकरे घर से नही निकलते बस भाषण देने जाते है। कार्यकर्ता से नही मिलते मिले भी बड़े नेता की तरह बोलते है ।जमीनी हकीकत नही पता। जाहिर है ताली मिली पर लोग वोट नही दे रहे ।राज को उम्मीद थी इस बार वोट दिला पाए तो एनसीपी कांग्रेस से समझौता होगा फायदा विधानसभा में मिलेगा लेकिन अब उनकी कोई हैसियत नही रही
पवार की बात मैं आये
राज ठाकरे ने उम्मीदवार नही देने का फैसला लिया था लेकिन शरद पवार की बातों में आकर प्रचार करने लगे।लगा कि मराठी वोट काट पाएंगे लेकिन लोग पूछ रहे थे कि खुद क्या किआ पवार से जुड़कर भी राज की विश्वनीयता हिल
गई
अब क्या करेंगे राज
राज को अगर राजनीति करनी है तो पहले मेहनत करनी होगी। एजेंडा साफ करना होगा। अगर कुछ नही करना तो शिवसेना चले जाएं ।लोग साहेब कहते रहेंगे