बिहार में चुनाव बा
बिहार में चुनाव के लिए सेनायें तैयार होने लगी है . आरजेडी कांग्रेस महागठबंधन ने सबसे पहले अपना सीट बंटवारे का फार्मूला तय कर लिया है जबकि एनडीए के घटक दल अब भी खींचतान में लगे है . लालू यादव के कहने पर उनके बेटे तेजस्वी अब कांग्रेस को 68 सीट देने तैयार हो गये है जबकि आरजेडी खुद 150 सीट पर लडेगीं बाकी सीटें सीपीएम सीपीआई और अन्य सहयोगियों को दी जायेगी.
लालू यादव रांची के एक अस्पताल में भर्ती है . वो चारा घोटाले मामले में सजायाफ्ता भी है लेकिन बेटे तेजस्वी को लगातार सलाह दे रहे है .लालू ने बेटे को समझाया है कि अकेले मुस्लिम यादव समीकरण से जीत नहीं मिलेगी अगर अपरकास्ट का वोट लेना है तो कांग्रेस को साथ लेना पडेगा. तेजस्वी ने कांग्रेस की ये बात भी मान ली है कि चुनाव के पहले कोई मुख्यमंत्री तय नहीं किया जायेगा . ताकि अपरकास्ट का विरोध ना हो.वैसे भी जयादा सीटें तो आर जेडी ही लड रही है तो मुख्यमंत्री उसी का होगा अगर सरकार बनी तो .
इस बीच चिराग पासवान के नेतृत्व में एलजेपी तय करेगी कि उसे एनडीए के साथ चुनाव लडना है या अकेले ही . दरअसल बीजेपी और जेडीयू किसी भी हालत में एलजेपी को 30 से ज्यादा सीटें नहीं देना चाहते जिसके चलते अवरोध बना हुआ है. उम्मीद है कि चिराग आखिरी वक्त पर मान जायेंगे और बदले में राज्यसभा की एक सीट और मांग सकते हैं. चिराग वैसे भी अब ज्यादा बारगेनिंग की हालत में नहीं बचे हैं.
चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गयी है. पहले चरण के 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों के लिए एक अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक कैंडिडेट अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे जबकि 12 अक्टूबर को नाम वापस लेने की तारीख तय है. वहीं, प्रथम चरण के लिए 28 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. पहले चरण में आरजेडी की साख दांव पर लगी है तो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के सात मंत्रियों की किस्मत का भी फैसला होना है.
पहले चरण के 16 जिले
बिहार विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 16 जिलों की विधानसभा सीटों पर वोट 28 नवंबर को वोटिंग होगी. इनमें भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, पटना, भोजपुर, बक्सर, सासाराम, कैमूर, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा और जमुई जिले की विधानसभा सीटें हैं.
आरजेडी के पास सबसे ज्यादा सीटें
पहले चरण के जिन 16 जिलों की 71 विधानसभा सीटों पर 28 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. यह आरजेडी का मजबूत दुर्ग माना जाता है. 2015 के चुनाव में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार ने मिलकर एनडीए का सफाया कर दिया था. पहले चरण 71 सीटों में से 25 पर आरजेडी का कब्जा है जबकि 21 सीटें जेडीयू के पास हैं. बीजेपी को यहां 14 सीटें मिली थीं और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके अलावा जीतनराम मांझी की हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को एक, सीपीआई को एक और एक सीट पर निर्दलीय को जीत मिली थी. एलजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी.