बिहार की राजनीति में उफान आने लगा है . चुनाव के चार महीने बचे हैं और अब बीजेपी की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी चाहे नीतीश कुमार को एनडीए का चेहरा बनाए या किसी और राह पर चले, वह भगवा दल के साथ ही रहेंगे.
बता दें कि बीजेपी ने बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार करीब एक साल पहले ही घोषित किया था, लेकिन गठबंधन के कुछ नेताओं ने उनके नेतृत्व को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है.
चिराग ने कहा, ‘‘चेहरा कौन होगा, गठबंधन का नेता कौन होगा, यह सब गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी तय करेगी. बीजेपी चाहे जो फैसला ले, एलजेपी हमेशा उसके साथ है. अगर वो नीतीश कुमार के साथ चलना चाहते हैं, हम उनके साथ हैं, अगर उनका मन बदल जाता है…. चाहे जो भी फैसला बीजेपी ले, हम उसका साथ देंगे.’’
चिराग ये भी मानते है कि कोरोना के बाद मजदूरों की समस्या को लेकर बिहार सरकार के कामकाज पर कई सवाल उठे है और अगर ऐसे में बीजेपी चेहरा बदलती है तो एंटी इनकम्बेंसी कम हो सकती है.
चिराग के इस बयान के कई मायने लगाये जा रहे है . कुछ लोग कह रहे है कि चिराग ने ये बयान असल में बीजेपी नेताओं के साथ विचारविमर्श के साथ लिया है . वो ये पतथर फेंक कर देख रहे है कि इस पर क्या प्रतिक्रिया हो . बीजेपी भी चुनाव से पहले इस बार कोई चेहरा पक्का नहीं करना चाहती ताकि चुनाव के बाद तालमेल और बारगेनिंग के दरवाजे खुले रहे . नीतिश कुमार मुख्यमंत्री के तौर पर तो चेहरा रहे लेकिन एनडीए के चेहरा नहीं . जाहिर है इससे बिहार में राजनीतिक समीकरण बदलेंगे .
अभी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए ने सीटों का बंटवारा नहीं किया है। इसके बावजूद एलजेपी तैयारियों में जुट गई है। बुधवार को चिराग पासवान ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की थी। इस दौरान उन्होंने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए थे। चिराग पासवान के मुताबिक जब तक चुनाव की तारीखें नहीं आ जाती, तब तक सभी को ये मान के चलना चाहिए कि चुनाव नियत समय पर ही होंगे। इस बैठक में कुछ उम्मीदवारों के नाम पर भी चर्चा हुई थी।