रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय ने आज रायपुर के अपने निवास में एक प्रेस काॅन्फ्रेंस कर देश के वोटरों के नाम भाजपा के मोदी सरकार के केन्द्र में 07 साल पूरे करने पर ‘‘देश का वोटर मोदी सरकार से हिसाब मांगे… जवाब दो’’ के नाम पर पोस्टर जारी कर कहा, देश का असली टूलकिट यही है। भाजपा के नेताओं में दम है तो इन सवालों का जवाब दे। विकास उपाध्याय ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा, इन 07 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी टीम ने एक सुनियोजित तरीके से सोशल मीडिया के जरिये अपनी खुद की एक छवि गढ़ी और आज उसी सोशल मीडिया पर उस बनावटी छवि को ध्वस्त होता देश देख रहा है।
विकास उपाध्याय आज एक प्रेस काॅन्फ्रेंस कर केन्द्र में भाजपा की मोदी सरकार पर बीते 07 साल के कार्य प्रणाली पर कई सवाल किए। इसके लिए बकायदा उन्होंने एक पोस्टर जारी कर कहा, देश के जिन मतदाताओं ने अपना वोट देकर भाजपा को सत्ता तक पहुँचाकर मोदी को प्रधानमंत्री बनाया, वही वोटर आज सवाल पूछने मजबूर हैं कि मोदी सरकार हिसाब दो हमारे सवालों का जवाब दो। विकास उपाध्याय ने बताया, पोस्टर में मुख्य रूप से पन्द्रह सवालों का जिक्र कर मोदी सरकार से सवाल किया गया है। जिसके 10 लाख पोस्टर छपवाए जा रहे हैं। इसे पूरे छत्तीसगढ़ के शहर से लेकर गांव-गांव तक दीवारों में चिपका कर हर एक वोटर को इस बात का एहसास दिलाया जाएगा कि मोदी सरकार ने इसका क्या किया।
कोविड को लेकर कथित टूलकिट में लिखी गई बातें भाजपा की भाषा है:-
विकास उपाध्याय ने कहा, पिछले कुछ महिनों से जिस तरह से मोदी सरकार की पूरे देश एवं विश्व में छिछालेदर हो रही है, उससे बचने भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक रणनीति के तहत टूलकिट का मामला अचानक से लोगों के बीच लाया और कोविड में मोदी सरकार की असफलताओं को लेकर जो बातें कही जा रही हैं, उसी को ही उसमें उल्लेख किया गया। इस टूलकिट में लिखी गई भाषा पूरी तरह से भाजपा की है। इससे ये लगे कि यह कांग्रेस द्वारा कही जा रही है।
देश के वोटर का असली टूलकिट इन 15 सवालों में छूपी हुई है:-
विकास उपाध्याय ने कहा, आज जारी किए गए पोस्टर में जो सवाल उल्लेखित है देश के हर एक वोटर का है। उन्होंने इसकी शुरूआत नोटबंदी से करते हुए सवाल किया कि आखिर इससे हासिल क्या हुआ? काला धन आया तो नहीं बल्कि स्विस बैंकों में इसके बाद भारतीयों का पैसा 50 प्रतिशत तक बढ़ गया। जिस महंगाई को लेकर पिछली सरकारों को कोसते रहे, क्या मोदी सरकार में महंगाई कम हो पाया? पूरे देश में लोग बढ़ती महंगाई से त्रस्त हैं। पेट्रोल-डीजल के दामों लेकर सार्वजनिक मंचों पर तर्क देते रहे कि भाजपा की सरकार आई तो 35 रूपये में पेट्रोल मिलेगा और आज इसे 100 रूपये तक पहुँचा दिया। जिस रसोई गैस को 350 से 400 रूपये में खरीददते थे, आपने 900 रूपये तक पहुँचा दिया। देश के नौजवानों को भरोसा दिलाते रहे कि हम 02 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देंगे, रोजगार तो मिला नहीं बल्कि 10 गुना बेरोजगारी बढ़ गई।