श्री मल्लिकार्जुन खरगे ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जोड़ो के निमित आज बहुत बड़ी जनसभा यहाँ पर आयोजित की गई है। इस कार्यक्रम के और इस ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के कर्ताधर्ता और जिनके कहने से कांग्रेस पार्टी और अन्य पार्टी भी इसमें भाग लेकर जो इतना बड़ा कार्यक्रम चला रही हैं, उसमें इस कार्यक्रम के केन्द्र बिदुं हमारे चहेते नेता, युवा नेता और अपनी बात पर खड़े होकर हमेशा डट कर लड़ते हैं, किसी चीज से घबराते नहीं, उसूल से दूर होते नहीं, ऐसे नेता श्री राहुल गांधी
मराठवाड़ा ये तो एक महान संतों की जमीन है। यहाँ पर अनेक संत इस मराठवाड़ा में, महाराष्ट्र में पैदा हुए और समाज सुधारक का काम उन्होंने किया।
आज और एक भी हैं, मैंने देखा बसवेश्वराजी का, शिवाजी महाराज का, फुले साहब, आंबेडकर और साठे, अहिल्याबाई होल्कर, सारे समाज सुधारकों की तस्वीरों को हमने पुष्पांजलि दी। अगर ये नहीं होते तो इस देश का कोई गरीब आज स्वाभिमान से नहीं जीता। स्वाभिमान से जीने का अगर हक किसी ने दिलाया तो इन महापुरुषों ने दिलाया। तो इसलिए मैं इन सबको नमन करता हूँ और एक खास चीज यहाँ पर है, जो ये भूमि, गुरु गोविंद सिंह जी की भी है। उन्होंने यहाँ पर आखिरी सांस छोड़ी और उनको याद करना जरुरी है। अगर आइंदा कोई ऐसा बड़ा प्रोग्राम होगा, उसमें गुरु गोविंद सिंह की भी एक तरफ फोटो लगाइए। क्योंकि वो एक लड़ाके थे और सिक्खों के आखिरी गुरू थे। इस नांदेड की पवित्र भूमि पर उन्होंने यहाँ आकर थोड़े दिन गुजारे। उसके बाद उनकी मृत्यु हो गई, उसका फिर मैं लोगों को याद दिलाना नहीं चाहता, मैं यही चाहूँगा कि जो लड़ते हैं, उनको याद करना हमारा धर्म होता है।
दूसरी चीज, राहुल जी, हैदराबाद का लिबरेशन डे है, 17 सितम्बर, 1948 को, हमको आजादी मिली। देश में सब लोगों को नाना पटोले को, थोराट साहब को हमसे एक साल पहले मिली। लेकिन हमको 13 महीने के बाद आजादी मिली, इसीलिए, हमारा 75वां साल अगली सदी से प्रारंभ होगा। तो ऐसी चीजें हैं और नांदेड़ यहाँ पर भी फ्रीडम फाईटर्स का एक सेंटर था। जिन्होंने यहाँ पर आजादी के लिए, लिबरेशन के लिए लड़े और उसका स्मारक भी आपने यहाँ बनाया है, उसको भी मैं नमन करते हुए अपनी बात को सामने रखूँगा।
ये खासकर भारत जोड़ो यात्रा क्यों राहुल जी ने हाथ में ली- क्योंकि देश में इतनी नफ़रत फैल रही है और इतना हर जगह झगड़े, हर जगह धर्म-धर्म में झगड़े, जाति-जातियों में झगड़े और इस देश की संस्कृति को जो पंडित जवाहर लाल नेहरू जी कहते थे, यूनिटी इन डायवर्सिटी, अरे विविधता में ही एकता है और उन्होंने जो कहा- वो करके दिखाया, उनकी 17 साल की जो अवधि थी, उन्होंने जो हुकुमत की, उन 17 सालों में उन्होंने ये बताया कि देश को कैसे एकजुट रख सकते हैं, महात्मा गांधी जी ने बताया और हमारे मौलाना आजाद साहब ने बताया, जिनका जन्मदिन कल है और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बताया। ये सभी नेता लोग जो आजादी दिलाए, देश को एक किया, एक करके उन्होंने सबको लोकतंत्र का पाठ पढ़ाया, लोकतंत्र के तहत सरकार चलाई, आजादी भी दिलाई, लोकतंत्र भी लाए। डॉ बाबा साहेब आंबेडकर, वो महान नेता, जिसने दलितों को लिबरेट किया, उसने संविधान लिखा, उसके संविधान की रक्षा के लिए भी पूरे लोग काम करते हुए आए हैं और आज संविधान खतरे में है, लोकतंत्र खतरे में है।
युवाओं को कोई नौकरी नहीं है। आज युवा डिग्रियाँ लेकर रास्ते पर घूम रहे हैं। उनको कोई नौकरी नहीं मिल रही है, लेकिन इससे पहले बीजेपी सरकार ने ये कहा- क्या कहा, प्रधानमंत्री ने कहा, हर साल मैं 2 करोड़ नौकरियाँ दूँगा। अब 9 साल हो जाने वाले हैं, कहाँ हैं 18 करोड़ नौकरियाँ? सरकारी, जो स्टेट और सेन्ट्रल गवर्मेंट में कम से कम 30 लाख वेकेंसीज हैं। ये एश्योर्ड जॉब्स हैं और एश्योर्ड जॉब में सबको बहुत सी सहूलियते मिलती हैं, लेकिन जो 30 लाख नौकरियाँ स्टेट गवर्मेंट में और सेन्ट्रल में खाली हैं, वो मोदी जी भर्ती नहीं करने दे रहे हैं और क्यों नहीं करने दे रहे हैं और परसों मैंने टीवी में देखा, पेपर में भी पढ़ा, उसमें क्या था कि उन्होंने 75 हजार लोगों को सब अपॉइंटमेंट्स के लैटर दे रहे थे। अरे देश में तो 30 लाख नौकरियाँ खाली हैं, आप 75 हजार वो भी सरकारी नौकरी देकर, मैंने इतनी नौकरियाँ दीं, ये कह रहे हो। क्या बात है, आपके 18 करोड़ तो अलग, लेकिन सरकारी नौकरी भी नहीं दे रहे। क्या आप ऐसे लोगों से अपेक्षा कर सकते हैं, देश के युवाओं को वो मदद करेंगे? क्या ये आप अपेक्षा कर सकते हैं कि देश को एकजुट रखेंगे कि नहीं। युवाओं को दिशा भूल कर रहे हैं, इसलिए राहुल गांधी जी चाहते हैं कि नौजवानों को, युवाओं को नौकरी मिले।
आज कीमतें बढ़ रही हैं, दिन पर दिन। पहले तो मोदी जी बोले, बीजेपी वाले बोले कि भई, मुफ्त में सिलेंडर देंगे, फिर बाद में 400 रुपए का सिलेंडर अब कितना हो गया- 1,100 रुपए। फिर भी चंद लोग, मोदी-मोदी बोलते हैं, मुझे समझ में नहीं आया और बोलते हैं कि 70 साल में कांग्रेस ने क्या किया? ये बात आपने सुनी होगी, ये जुमले 9 साल से वो बोलते ही रहते हैं, लेकिन इधर थोड़ा बंद किया है, क्योंकि वो कुछ नहीं कर सके। क्या एक दाम नहीं बन सके? लोगों को नौकरी देने के लिए पब्लिक सेक्टर नहीं बन सके? जो पब्लिक सेक्टर पंडित जवाहर लाल नेहरू ने बनाया था, वो सब बेचकर खा रहे हैं। एयरपोर्ट बेच रहे हैं, पोर्ट बेच रहे हैं, रास्ते बेच रहे हैं और जो कुछ मिला, वो सब कुछ बेचते जा रहे हैं। हमने जो कुछ कमाया था, ये सब गंवा रहे हैं, बेच रहे हैं और चंद लोगों के हाथ में देश की संपत्ति जा रही है।
इस देश में अमीर, अमीर बन रहा है; गरीब, गरीब बन रहा है। एक प्रतिशत लोगों की संपत्ति इस देश में 22 प्रतिशत है और 50 प्रतिशत लोगों के पास सिर्फ 13 प्रतिशत संपत्ति है। आप देखिए और एक आदमी जिस आदमी के पास 10-20 करोड़ रुपए थे, वो आज 2 लाख, 4 लाख करोड़ का मालिक हो गया है। ये कैसे हो रहा है? तो इसलिए हम चाहते हैं कि इस देश में संविधान के तहत सरकार चले, लोकतंत्र की हिफाजत हो। इसलिए तो राहुल गांधी जी अब कम से कम 64 दिन से जो उनकी पदयात्रा चल रही है, इसलिए चल रही है कि लोग नफ़रत जो फैला रहे हैं, लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, उनको जोड़ने की कोशिश राहुल गांधी जी कर रहे हैं, तो इसलिए ये भारत जोड़ो का इतना महत्व है, महत्व रखती है।
कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलते जा रहे हैं, क्यों- टीवी में फोटो लाने के लिए नहीं, या पत्रिका में छपने के लिए नहीं। यहाँ बीजेपी के लोग अपना फोटो छपवाने के लिए काम करते हैं, जैसा कि अभी पटोले ने बताया कि मां एक तरफ रहती है, तो उनकी सूरत फोटो की तरफ, टीवी की तरफ। तो ये सब जुमलेबाजी, फोटोग्राफी करके, लोगों को जो दिशा भूल कर रहे हैं, उसके लिए हमको सोचना चाहिए, क्योंकि अगर बाबा साहेब के बनाए हुए संविधान को आप बचा नहीं सकेंगे, तो आप कहीं के भी नहीं रहेंगे, स्वाभिमान से नहीं जीएंगे।
आपको फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन, एडल्ट फ्रेंचाइजी, ये किसने दिया? एक जमाने में चंद लोगों को ही वोटिंग पावर था, ब्रिटिशर्स के जमाने में, खैर निजाम के जमाने में तो वो भी नहीं था, तो जो लोग वोट देते थे, जिसके पास ज्यादा से ज्यादा जमीन हो, इंकम टैक्स भी न हो, ऐसे लोगों को वोटिंग की पावर थी। जब बाबा साहेब आंबेडकर ने संविधान बनाया, पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के कहने पर एडल्ट फ्रेंचाइजी लाए, आपके पास पैसे हो या न हों। आप गरीब हो, अमीर हो, कोई भी हो, सबको बराबरी का हक उन्होंने दिलाया। उसकी हिफाज़त के लिए आपको लड़ना है, उसके लिए आपको काम करना है, किसी और के लिए नहीं, अपने आप को बचाने के लिए आपको जी तोड़कर काम करना होगा।
आज भारत में जो सुधार आप देख रहे हैं, जो हमारे पास बहुत से कॉलेज खुले, इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेजेज, हॉस्पीटल, ये किसने किया। अभी हम हमारे अशोक चव्हाण जी के म्यूजियम में गए थे, उनके पिता जी के नाम पर, वहाँ पर एक फोटो उन्होंने बताया, जो एक बहुत बड़ा इरीगेशन प्रोजेक्ट इस एरिया में बनाया गया, उसकी वजह से बहुत से तालुका में वहाँ पर पानी आया और बहुत से लोगों को उसका फायदा हुआ, शुगर फैक्ट्रीज आए। ये सब शुगर फैक्ट्री हो, कॉपरेटिव सोसाइटीज हो, मिल्क डेयरीज हो, ये सब किसने किया? कांग्रेस ने किया। कांग्रेस अगर नहीं होती, ऐसे प्रोजेक्ट कभी आते ही नहीं थे।
अगर मोदी जी बार-बार ये कहते हैं, ऐसे 10 प्रोजेक्ट बताइए आप 8-9-10 साल में, ये नहीं कर सकते, लेकिन सुबह उठते ही हमको गालियाँ देना छोड़ते नहीं, हमारा (मराठी में बोला…)
गुरु गोविंद सिंह जी ने कहा था- किसी भी इंसान को न तो डराना चाहिए और न उसे डरना चाहिए। (मराठी में फिर बोला…)
डराने की अगर कोई कोशिश करे, तो हम डरते भी नहीं हैं। हम किसी को डराते नहीं, अगर कोई डराता है, तो हम डरते भी नहीं। तो ये हमारा उसूल है और इसीलिए, उन्होंने ये कहा था कि डर कहीं और नहीं, बस आपके दिमाग में होता है। तो वो डर निकालो, क्योंकि वो ईडी का, इंकम टैक्स का, सीवीसी का और ईडी का, ये सारी चीजों का उपयोग कर रहा है और कहीं एमएलए भाग रहे हैं, कहीं और कार्यकर्ता भाग रहे हैं हर पार्टी के, मैं किसी एक पार्टी का नाम नहीं लेता। क्यों भाग रहे हैं- उनको डराना, इसीलिए आप डरो मत, लड़ो। अगर आप लड़ते रहेंगे, तो ही जीते रहेंगे, अगर लड़ेंगे नहीं, तो जीएंगे नहीं। वो भी खासकर अपने को स्वाभिमान से जीना है, तो हमको लड़ना होगा, कहीं कुछ किया, कहीं क्या किया, उसको छोड़ दीजिए, किसानों को नहीं छोड़ा उन्होंने, गरीबों को नहीं छोड़ा, अरे बच्चों की पेंसिल के ऊपर जीएसटी लगाया, आटे के ऊपर जीएसटी लगाया, खाने की चीजों पर जीएसटी, ऐसी बुरी गवर्मेंट कभी नहीं आई थी, तो इसीलिए मैं कह रहा हूँ। आपसे यही विनती करूँगा कि आप डरो मत, हम और आप एक होकर लड़ेंगे।
ये मत पूछो- राहुल जी आपको क्या देने वाले हैं? राहुल जी तो अपनी बात बताए कि चलो हम मिलकर चलेंगे, तो ही देश को बनाएंगे, इसीलिए, एक बात मेरे को याद आती है, जॉन एफ केनेडी ने एक बात कही थी, जब वो चुनाव में ठहरे थे, तब एक आदमी ने उठकर कहा कि आप चुनकर आने के बाद मुझे क्या देने वाले हैं, मेरे लिए क्या करने वाले हैं? तब उन्होंने कहा- अरे भाई, ये प्रश्न पूछने से भी अगर आप ये पूछ सकते थे कि मैं चुनकर आने के बाद हम और आप मिलकर देश के लिए क्या कर सकते, अगर ये पूछते तो अच्छा होता। तो ऐसा ही आज राहुल गांधी जी और हम और आप मिलकर देश के लिए क्या करेंगे, ये सोचिए। इसीलिए मैं आप सबको विनती करता हूँ, एकजुट होकर संविधान को बचाओ, लोकतंत्र को बचाओ, गरीबों को बचाओ, किसान को बचाओ, सबको बचाओ। महिलाओं को बचाओ। आज कितने रेप हो रहे हैं, कितने मर्डर हो रहे हैं और जब कभी हम एक बार जजमेंट को देखते हैं, तो हैरान हो जाते हैं, तो इसलिए संविधान के तहत चलाना हम सबका फर्ज है। ये काम आप सभी करेंगे और ये जो भारत जोड़ो यात्रा यशस्वी जरुर हो जाएगी और सरकार आज, न कल बदल कर हम दिखाएंगे, पूरी-पूरी हम कोशिश करेंगे, ये कहते हुए मेरे चार शब्दों को समाप्त करता हूँ।
जय हिंद। जय हिंद (जनता ने दोहराया- जय हिंद)। अरे जोर से बोलो, आपकी आवाज सुनकर कोई बीजेपी वाला सो गया तो उठना चाहिए, जय हिंद (जनता ने दोहराया- जय हिंद), जय हिंद (जनता ने फिर तेज आवाज में दोहराया- जय हिंद)।
जय महाराष्ट्र। जय भीम।