भोपाल। मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास को रफ्तार देने के प्रयास जारी है। निवेशकों केा लुभाने की कोशिशें हो रही है। इसी क्रम में बुंदेलखंड के सागर में 27 सितंबर को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव होने जा रही है। इसमें देश और प्रदेश के निवेशक बड़ी संख्या में हिस्सा लेंगें।
राज्य के बाहर और राज्य के भीतर निवेशकों केा लुभाने के लिए इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि अगली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव 27 सितंबर को सागर में होगी। इसी क्रम में रीवा, नर्मदापुरम और शहडोल में भी दिसंबर 2024 तक क्षेत्रीय इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कोलकाता में हुए रोड शो और उद्योगपतियों व निवेशकों से चर्चा के सत्र का उत्साहवर्धक प्रतिसाद मिला है। कोलकाता के रोड शो और परिचर्चा सत्र में 700 से अधिक उद्योगपतियों और निवेशकों ने सहभागिता की तथा मध्यप्रदेश में निवेश करने में रुचि दिखाई। कोलकाता के सत्र में हुई चर्चा के परिणामस्वरूप प्रदेश में लगभग 20 हजार करोड़ रूपए का निवेश संभावित है, जिससे लगभग 10 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। देश के 16 प्रमुख उद्योग समूह प्रदेश में इकाईयां लगाने के इच्छुक हैं। इस क्रम में बिरला समूह द्वारा बड़नगर (उज्जैन) में सीमेंट इकाई लगायी जाएगी। प्रदेश के परम्परागत उद्योगों को भी प्रोत्साहित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
राज्य में अब तक हुई क्षेत्रीय इन्वेस्टर समिट की बात करें तो उज्जैन की समिट में 86000 करोड़, जबलपुर की समिट में 17000 करोड़ और ग्वालियर की समिट में 8000 करोड़ के निवेश की प्रस्ताव आए। वहीं राज्य के बाहर हुई समिट में मुंबई में 74 हजार करोड़, कोयंबटूर में ढाई हजार करोड़, बेंगलुरु में 3200 करोड़ और कोलकाता में 19000 करोड़ के प्रस्ताव आए हैं।