गुरुग्राम,05 सितम्बर 2023। सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ की श्रंखला को आगे बढ़ाते हुए समाजसेवी पंकज पाठक की अगुवाई में सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ व प्रसाद का आयोजन हर मंगलवार को श्री शक्ति मंदिर प्रांगण में होता है। थोड़ी देर गीता पाठ के बाद सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ, सामूहिक आरती व प्रसाद वितरण होता है। श्री हनुमान चालीसा टीम में पुरुष सदस्य महिला सदस्य एवं बच्चों टीनों की भूमिका बराबर की है। हर मंगलवार की तरह इस बार बीसवें मंगलवार को श्रीराम सोसाइटी लक्ष्मण विहार स्थित श्री शक्ति मंदिर प्रांगण में सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ एवं महाआरती का आयोजन किया गया जिसमें ना केवल लक्ष्मण विहार से पुरुष बल्कि महिलाएं और बच्चे भी शामिल हुए। बल्कि लक्ष्मण विहार के बाहर से भी अन्य भक्तों ने भी श्री हनुमान जी के चरणों में हाजिरी लगायी,सर्वप्रथम ठीक नियत समय सायं साढ़े 7 बजे राम भक्त हनुमान के जयकारे के साथ हनुमान चालीसा का संगीतमय पाठ किया गया। इस दौरान शंखनाद भी किया जाता रहा। इसके उपरांत हनुमान जी की महाआरती की गई । फिर अंत में भोग प्रसाद का वितरण किया गया।
संस्कृति और धर्म से विमुख होती नई पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण है -सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ आयोजन
पंकज पाठक,राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राम सोसाइटी ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान समय मे हनारी नई पीढ़ी पर पश्चिमी सभ्यता का असर हावी होते जा रहा है जिसके चलते हमारे बच्चे अपनी संस्कृति, धर्म और संस्कारों के प्रति लापरवाह होते जा रहे है,हफ्ते के अंतिम दिनों में अवकास वाले दिन शनिवार या रविवार के लिए ईश्वर के प्रति कर्तयज्ञता व्यक्त करने की बजाय लेट नाईट पार्टी, नशा, मांसाहार जैसे फूहड़ आयोजन करते है।
इस सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ आयोजन के तहत हमारा प्रयास है कि यह नई पीढ़ी संध्याकाल में धार्मिक स्थलों पर जाकर ईश्वर और धर्म से जुड़कर अपनी संस्कृति के ध्वजवाहक बने। उन्होंने समाज के युवाओं से देश की सम्रद्धि के लिए किसी भी तरह का नशा नहीं करने की अपील की है।
इस मौके पर सामूहिक श्री हनुमान चालीसा पाठ में विनोद सुदान, स्नेहलता, आयुष, रमेश चंद्र शर्मा, सौर्य कौसिक, सुनील, संतोष, देव, तमन्ना, रुपाली, वर्षा, राज कुमार, सुनील, विनीत, विनय, आनंद, कुशल योगी, सुनील, विनीत, विनय, आनंद,नीलेश सिंह, वेद प्रकाश, विष्णु दत्त गौर, संजय मेहरा,सत्या, योगिता, अनिल शर्मा, वीरेंदर , जितेंदर सिंह, धनदीप भारती, परशुराम, कनक, महिमा, कृष्ण, देव, लता, ख़ुशी, पिंकी, नवी, धनंजय संदीप, आयुष, राज कुमार , सुनील , अजय भरद्वाज, मेहरा जी, पंकज पाठक, सुंदरी खत्री जी के अलावा अनेक गणमान्य लोगों द्वारा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया गया है और उपस्थित भी रहे।