जीवन का कोई भी कोना सूचना और प्रौद्योगिकी से अछूता नहीं है। बिना सूचना और प्रौद्योगिकी के एक भी पग चलना असंभव सा जान पड़ता है। बच्चे से लेकर बूढे़ तक के हाथ में फोन अथवा कंप्यूटर मौजूद है अतः छात्रों को साइबर के प्रयोग के बारे में शिक्षित करना आवश्यक है। साइबर की शिक्षा के बगैर आज का विद्यार्थी अशिक्षित माना जाता है। अखबारों में आए दिनों समाचार छपते हैं और अपने आस पड़ोस में लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं। आजकल तो नासमझी के चलते ना जाने कितने लोगों को इसकी लत लग जाती है और वे अपराध भी कर बैठते हैं। आए दिनों अपने देश में बच्चे अवसाद में घिर कर अपनी पढ़ाई से विमुख को रहे हैं। इसी विषय को ध्यान में रखते हुए ब्रह्म दत्त ब्लू बैल्स पब्लिक स्कूल, गुरुग्राम ने 6 से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए साइबरस्पेज़ का आयोजन किया। इस आयोजन उद्देश्य छात्रों में सूचना व प्रौद्योगिकी की क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना तथा तकनीकी कौशल को निखारना था। इंटरनेट हमें बहुत रास्ते दिखाता है परंतु सही रास्ते का चुनाव सफलता दिलाता है और गलत रास्ता निराशा प्रदान कराता है।
ब्लू बैल्स गुप आॅफ स्कूल्स की आई.टी. उपनिदेशिका श्रीमती अंशुका अनेजा के निर्देशन में तीन दिवसीय साइबर स्पेज का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ श्रीमान रक्षित टंडन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्रीमान टंडन जी ने बच्चों को साइबर ठगों के ठगने के तरीकों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि साइबर ठग नए-नए संसाधनों से स्वांग रचते हैं । सूचना के संसाधनों का प्रयोग करते समय हमें हमेशा सतर्क रहना चाहिए। हमें कभी भी अपनी निजी जानकारी को किसी से साँझा नहीं करनी चाहिए। सूचना के संसाधनों का प्रयोग करते समय यदि कोई किसी को अपशब्द कहता है या मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है तो उसके लिए न्यायालय द्वारा सजा का भी प्रावधान किया गया है। साइबर संबंधी समस्या के समाधान के लिए आप 1903 पर फोन कर सकते हैं पुलिस आपकी सेवा में हमेशा तत्पर है।
उद्घाटन समारोह के दौरान प्राचार्य डॉ. त्रिलोक सिंह बिस्ट द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया, क्योंकि छात्र अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार थे। ब्रह्म दत्त ब्लू बेल्स के विद्यार्थियों द्वारा सूचना व प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा दिया गया। विद्यार्थियों को यंत्रों को समायोजित करके रोबोट का निर्माण करना था, इस प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। विद्यार्थियों के द्वारा साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के अद्भुत तरीकों नुक्कड़ नाटक व नृत्य अभिनय को देखकर दर्शकों की आँखें खुली की खुली रह गईं। नुक्कड़ नाटक में विद्यार्थियों ने दिखाया कि साइबर ठग मीठी-मीठी बातों से छलावा कर लोगों को अपनी जाल में फसाते हैं अतः उनसे सावधान रहें। विद्यार्थियों ने ए.आई. का प्रयोग करते हुए ऐसा कूड़ेदान बनाया जिसको बिना छुए प्रयोग में लाया जा सकता है। यह नवाचार का अनूठा उदाहरण है।