भारत में स्टार्टअप की संख्या 2014 से 2022 तक पिछले आठ वर्षों में 300 से बढ़कर 90,000 से ज्यादा हो चुकी हैं और देश में 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। भारत के 100 यूनिकॉर्न में से 36 की संस्थापक या सह-संस्थापक महिलाएं हैं। देश की महिलाएं अब भागीदारी से नेतृत्व वाली भूमिका में आ चुकी हैं। आज भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम दुनिया में तीसरे स्थान पर है।
इनमें से 15% से अधिक स्टार्टअप कृषि, स्वास्थ्य सेवा और जीवन विज्ञान, मोटर वाहन, दूरसंचार और नेटवर्किंग, कंप्यूटर विजन आदि जैसे क्षेत्रों में हैं। 7,000 से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप निर्माण, हाउस-होल्ड सर्विसेज, लॉजिस्टिक्स, रियल एस्टेट और परिवहन जैसे क्षेत्रों में हैं जो भंडारण की शहरी चिंताओं को दूर करने में अपना योगदान दे रहे हैं।
नॉर्थ ईस्ट रीज़नल रिसर्च एंड रिसोर्स सेंटर, मिरांडा हाउस द्वारा आयोजित दो दिवसीय उत्तर-पूर्व भारत में स्टार्टअप, स्थिरता, नवाचार एवं उद्यमिता पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 2014 से 2022 तक में स्टार्टअप की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है। इन आठ सालों में इनकी संख्या 300 से बढ़कर 90 हजार से ज्यादा हो चुकी है। जबकि देश में 100 से ज्यादा यूनिकार्न हैं।