अब बदलेगी सूरत रेलवे स्टेशन की तस्वीर, मल्टी मॉडल
ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित होगा स्टेशन
गुजरात के सबसे व्यस्ततम स्टेशनों में से एक सूरत स्टेशन दिल्ली व अहमदाबाद से मुंबई जाने वाली सभी ट्रेन का एक प्रमुख स्टेशन है
गांधीनगर रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने के बाद अब रेल विकास प्राधिकरण सूरत रेलवे स्टेशन को मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब के रूप में विकसित होगा। सूरत स्टेशन के लिए 813 करोड का प्रोजेक्ट तैयार कर लिया गया है। सूरत एमएमटीएच रेलवे स्टेशन का विकास कार्य अगले 4 साल में पूरा कर लिया जाएगा। रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) ने सूरत एमएमटीएच स्टेशन के विकास के लिए प्रक्रिया शुरु कर दी है, करीब सवा तीन लाख वर्ग मीटर में फैले इस स्टेशन को भव्य, सुविधायुक्त व एक मॉडल रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया जाएगा।
गुजरात के सबसे व्यस्ततम स्टेशनों में से एक सूरत स्टेशन दिल्ली व अहमदाबाद से मुंबई जाने वाली सभी ट्रेन का एक प्रमुख स्टेशन है। अहमदाबाद से मुंबई के लिए तैयार की जा रही बुलेट ट्रेन के लिए भी सूरत स्टेशन को सबसे अधिक यात्री के साथ राजस्व देने वाला माना जा रहा है। रेल विकास प्राधिकरण प्रथम चरण में मुख्य स्टेशन के साथ ईस्ट साइड स्टेशन बिल्डिंग, वेस्ट साइड स्टेशन बिल्डिंग और कॉनकोर्स तथा प्लेटफॉर्म एरिया में काम करेगा। यात्रियों की सुविधा के लिए सूरत एमएमटीएच स्टेशन स्काईवॉक, लाउंज, मेडिकल रूम, रिटेल स्पेस सहित अन्य सुविधाएं सभी के लिए सुलभ होगा। यात्री, ट्रांसपोर्ट के एक साधन से दूसरे साधन में बिना किसी बाधा के स्विच कर सकेंगे।
रेल भूमि विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष वेद प्रकाश डुडेजा के अनुसार सूरत शहर एक प्रतिष्ठित व्यावसायिक और औद्योगिक केंद्र है तथा यह दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक है। सूरत एमएमटीएच रेलवे स्टेशन के विकास का उद्देश्य स्थानीय अर्थव्यवस्था को और मजबूत करना और शहर की पर्यटन क्षमता को बढ़ावा देना है। यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए स्टेशन को वैश्विक मानकों के अनुरूप विकसित किया जाएगा। सूरत गुजरात का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसने पिछले चार दशकों में बढ़ते औद्योगिक क्षेत्र के कारण उच्च विकास दर देखी है जिसने रोजगार के अवसर पैदा किए हैं और युवाओं के प्रवास को बढ़ावा दिया
रेल भूमि विकास प्राधिकरण रेलवे भूमि के विकास के लिए रेल मंत्रालय के तहत एक वैधानिक प्राधिकरण है। स्टेशन के विकास के साथ कामर्शियल साइट्स को पट्टे पर देना, कॉलोनी पुनर्विकास, स्टेशन पुनर्विकास और बहु उपयोगी परिसर का निर्माण करना इसका प्रमुख कार्य है।
चालू वित्तीय वर्ष के दौरान, आरएलडीए ने लिलुआ (हावड़ा), निजामाबाद (तेलंगाना), वाल्टैक्स रोड (चेन्नई), एग्मोर (चेन्नई), भोपाल (एमपी) और लुधियाना (पंजाब) में 533 करोड़ रुपये के लीज प्रीमियम के लिए छह साइटों को पट्टे पर दिया है। इसके अलावा, भोपाल, एग्मोर (चेन्नई) और लुधियाना रेलवे कालोनियों में लगभग 163 करोड़ रुपये मूल्य की रेलवे संपत्ति विकसित की जाएगी।