- IIT BHU और Saras AI Institute ने साइन किया MoU
- सभी स्टूडेंट्स के लिए लॉन्च होगा नया 8-सप्ताह का AI कोर्स — “Powers of AI”
- कोर्स में कोडिंग या Math का अनुभव नहीं जरूरी
- साथ में बनेगा एडवांस्ड AI टूल – “AI Evaluator”
- स्टूडेंट्स को मिलेगा Minor और Associate डिग्री करने का मौका
- AI रिसर्च, हैकथॉन और वर्कशॉप्स होंगे इस पार्टनरशिप का हिस्सा
- मिशन: भारत को बनाएँ ग्लोबल AI लीडर, “Viksit Bharat 2047” के लक्ष्य के साथ
नई दिल्ली, 30 अप्रैल – भारत को ग्लोबल AI लीडर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, अमेरिका में स्थापित दुनिया के पहले 100% ऑनलाइन AI एजुकेशन इंस्टिट्यूट Saras AI Institute और IIT-BHU ने एक अहम साझेदारी (MoU) की है।
इस पार्टनरशिप का मकसद है AI एजुकेशन को ज्यादा accessible बनाना, इंडस्ट्री और एजुकेशन के बीच का gap भरना और आने वाले सालों में भारत को “Viksit Bharat 2047” विज़न की ओर ले जाना।
Saras और IIT BHU मिलकर एक नया 8-सप्ताह का कोर्स लॉन्च करेंगे — “Powers of AI”, जो किसी भी स्टूडेंट के लिए खुला रहेगा, भले ही वो किसी भी स्ट्रीम से हो — इंजीनियरिंग, ह्यूमैनिटीज़ या कुछ और। इस कोर्स के लिए न कोडिंग का अनुभव ज़रूरी है और न ही Math की गहरी समझ। ये कोर्स प्रोजेक्ट-बेस्ड होगा, जिसमें स्टूडेंट्स रियल-लाइफ प्रोजेक्ट्स बनाएंगे — थ्योरी की बजाय रियल स्किल्स पर फोकस रहेगा।
IIT BHU के डायरेक्टर प्रोफेसर अमित पत्रा ने कहा, “हमारा फोकस है कि स्टूडेंट्स को AI टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तैयार करें जिससे वह भारत के भविष्य निर्माण में अपना योगदान करें। Saras के साथ मिलकर हम AI एजुकेशन को हर स्ट्रीम में पहुंचाना चाहते हैं, ताकि हर स्टूडेंट इस डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बन सके।”
Saras के को-फाउंडर और COO अमित कटारिया ने कहा, “ये पार्टनरशिप सिर्फ AI सिखाने के लिए नहीं है, बल्कि हर स्टूडेंट को ये ताकत देने के लिए है कि वो भारत के AI युग को लीड कर सके।”
Saras के Chief Student Success Officer शैलेश कुमार ने इसे “स्टूडेंट एक्सपीरियंस को एक नई ऊँचाई तक ले जाने वाला कदम” बताया।
इस पार्टनरशिप के तहत Saras और IIT BHU एक एडवांस्ड AI प्लेटफॉर्म “AI Evaluator” भी तैयार करेंगे, जो स्टूडेंट की लर्निंग को रियल-टाइम में ट्रैक करेगा, पर्सनल फीडबैक देगा और learning outcomes को बेहतर बनाएगा।
साथ ही स्टूडेंट्स को AI में Minor डिग्री, Associate डिग्री और इंडस्ट्री-सर्टिफाइड कोर्सेज़ करने का मौका मिलेगा — वो भी पूरी तरह डिजिटल मोड में। इसके अलावा, जॉइंट रिसर्च, AI हैकथॉन, वर्कशॉप्स और गेस्ट लेक्चर्स भी इस MoU का हिस्सा हैं।
Saras का मानना है कि AI की दुनिया में India की लीडरशिप सिर्फ टेक्निकल स्किल्स से नहीं, बल्कि ethical और responsible leadership से बनेगी। इसलिए हर कोर्स में values और social responsibility पर भी ज़ोर रहेगा।