पटना। जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने कहा है कि पटना समाहरणालय परिसर में बन रहे नए समाहरणालय भवन का निर्माण अगले साल जून से पहले पूरा कर लिया जाएगा। गंगा नदी के किनारे बन रहा नया समाहरणालय परिसर स्थापत्य कला का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगा। उच्च तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह भवन, निर्माण के बाद राज्य की राजधानी का एक महत्वपूर्ण केन्द्र होगा। जिलेवासियों के लिए यह वन-स्टॉप सॉल्यूशन का काम करेगा। एक छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय होंगे। इससे कार्य-संस्कृति और सुदृढ़ होगी तथा नागरिकों को अधिक सुगमता से सभी प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। इसका निर्माण भवन निर्माण विभाग करा रहा है। भूखंड का क्षेत्रफल 43454 वर्ग मीटर है।
भवन निर्माण विभाग के सचिव सह प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि के निर्देश पर निर्माण कार्य 18 मई 2022 को प्रारंभ किया गया और जून 2024 तक इसे पूरा कर लेना है। हालांकि डीएम ने कहा कि इससे पहले जिलेवासियों को यह सौगात मिलेगी। लक्ष्य रखा गया है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाए।
नये समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर मे गंगा नदी एवं दक्षिण में गांधी मैदान है। इसका डिजाइन विद्यमान एवं आधुनिक वास्तुशैली का सरलीकृत मेल है। मुख्य भवन में 39 विभाग संचालित होंगे। समाहरणालय में बेसमेंट एवं भूतल के अलावा पांच फ्लोर होंगे। केन्द्रीय समाहरणालय भवन के अतिरिक्त परिसर में दो और ब्लॉक (एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक) तथा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड ऑफिस एवं बहुउपयोगी ब्लॉक होगा। एसडीओ एवं डीडीसी ब्लॉक में बेसमेंट एवं भूतल के अलावा चार फ्लोर होंगे।
सभी विभागों के लिए अलग-अलग प्रवेश द्वार होगा। परिसर में एक केन्द्रीय हरित पब्लिक प्लाजा भी होगा। अंडरग्राउंड एवं खुला पार्किंग भी रहेगा। पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश एवं हवा की सुविधा रहेगी। भवन वीआरवी प्रणाली आधारित केन्द्रीकृत एयर कंडिशनर से लैस रहेगा। यहां कैंटीन एवं बैंक की भी सुविधा रहेगी। भूकंपरोधी संरचना तथा आपातकालीन स्थिति में व्यवस्थित निकासी की सुविधा से यह भवन लैस रहेगा। 200 से 225 की संख्या में सीसीटीवी कैमरा लगा रहेगा। 200 लोगों के बैठने के लिए एक कॉन्फ्रेन्स रूम, 80 लोगों के लिए दूसरा कॉन्फ्रेन्स रूम तथा 40 लोगों के लिए एक अन्य कॉन्फ्रेन्स रूम रहेगा। सभी कॉन्फ्रेन्स रूम प्रोजेक्टर एवं ऑडियो-विजुअल प्रणाली से सुसज्जित रहेंगे। परिसर में चार उद्यान होंगे जिसका कुल हरित क्षेत्र लगभग 3484 वर्गमीटर होगा। डीएम ने भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को गुणवत्तापूर्ण ढंग से त्वरित गति से निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने संबद्ध एजेंसी को भी तत्परतापूर्वक कार्य करने को कहा है। डीएम ने कहा कि फ्लोरवाइज निर्माण कार्य समय सीमा के अंदर पूरा करें।