ग्वालियर । मध्य प्रदेश की ऐतिहासिक नगरी ग्वालियर में कई देशों के कलाकार अपने अपने देश की संस्कृति का प्रदर्शन करने वाले है। मौका होगा उदभव सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान द्वारा आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय नृत्य महोत्सव ‘‘19वें उदभव उत्सव‘‘ । यह समारोह 15 से 18 अक्टूबर तक होने जा रहा है। जिसमें नीदरलैण्ड, अर्मेनिया, बुल्गारिया, किर्गिस्तान, श्रीलंका एवं भारत के 1000 से अधिक कलाकार संगीत नगरी में अपनी-अपनी संस्कृतियों की प्रस्तुतियां देगें।
उद्भव, ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल तथा आई.आई.टी.टी.एम. के इस संयुक्त आयोजन में विभिन्न देशों के कलाकारों के साथ देश के केरला, तमिलनाडू, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ राजस्थान, मध्यप्रदेश, पंजाब आदि प्रदेशों से आये कलाकार ग्वालियर की सरजमीं पर अपनी-अपनी संस्कृतियों की प्रस्तुतियों से वैश्विक एकता का संदेश देगें।
उदभव के अध्यक्ष डॉ. केशव पाण्डेय एवं ग्रीनवुड स्कूल की चेयरपर्सन किरण भदौरिया ने बताया कि इस आयोजन में इस वर्ष नीदरलैण्ड का प्रतिष्ठित डांस गु्रप ‘‘फॉल्कलोरिस्टिक डांस ग्रुप हैलेनडर्न, अरमेनिया के येरेवान से ‘‘गोल्ड स्टार्स डांस स्टूडियो, बुल्गारिया के पर्निक रीजन से ‘‘सुरवाकर ग्रुप डोल्ना सैकीर्ना ’’ तथा बुल्गारिया के ही हास्कोवो शहर से ‘‘फोल्क डाँस ग्रुप वेसैली, किर्गिस्तान के बिशकेक शहर से फोल्कलोर ग्रुप ‘‘ऐडिस’’, श्रीलंका के कैगाले से सारासावी डांस इण्स्टीट्यूट अपने-अपने देशों की संस्कृतियों की प्रस्तुति देगें।
उदभव उत्सव की शुरूआत 15 अक्टूबर को एक आकर्षक कार्निवाल के साथ होगी, जिसमें सभी भारतीय एवं विदेशी दल मेडीकल ऑडिटोरियम से अपनी प्रस्तुतियां देते हुये थीम रोड से होकर जीवाजी क्लब पहुँचेंगें, जहाँ एक भव्य समारोह में ‘‘उदभव-उत्सव 2024’’ का शुभारम्भ होगा। ज्ञात रहे कि उदभव उत्सव में विगत वर्षों में ताईवान, फ्रांस, इटली, स्पेन, चीन, ईरान, इजराइल, आस्ट्रिया, टर्की, इजिप्ट, ग्रीस, स्लोवाकिया, रशिया, इंडोनेशिया, पौलेंड, यूकूटिया, अजरबैजान जैसे देशों के दलों ने ग्वालियर में अपनी-अपनी संस्कृतियों की शानदार प्रस्तुतियां दी हैं।
उद्भव के सचिव दीपक तोमर ने बताया कि हम सभी मिलकर ग्वालियर को सांस्कृतिक आदान-प्रदान का एक मुख्य केन्द्र बनाने की दिशा में कार्य कर रहे हैं। जहाँ एक ओर विभिन्न देशों की टीमें उद्भव उत्सव में आकर अपनी-अपनी संस्कृतियों की प्रस्तुति देती हैं, वहीं ‘‘उदभव-उत्सव‘‘ के चयनित दलों को विदेशों में होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय सांस्कृतिक महोत्सवों में भारत का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्राप्त होता है।