पटना। भागलपुर का रेशम उद्योग अंतरराष्ट्रीय पहचान रखता है। यहां का रेशम सऊदी अरब से लेकर अमेरिका तक जाता है। रेशम उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए हर प्रकार की मदद मिलेगी। रेशमी खादी को भी बढ़ावा दिया जाएगा। खादी हमारे स्वाभिमान का प्रतीक है। महात्मा गांधी ने जब स्वदेशी का आंदोलन चलाया तो घर-घर में चरखा चलाने का काम हुआ। घर-घर में कुटीर उद्योग प्रारंभ हुए। इससे हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हुई। लोग स्वावलंबी हुए। चरखा और खादी से जो ताकत मिली उसी ताकत के बल पर देश आजाद हुआ। भागलपुर जीरो माइल के पास स्थित रेशम भवन में खादी मेले का उद्घाटन करते हुए बिहार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने यह बातें कही।
उद्योग मंत्री महासेठ ने आगे कहा कि ढाका का मलमल और भागलपुर का रेशम हर जगह जाना जाता है। प्रदेश के लाखों लोग रेशम, खादी और ग्रामोद्योग से रोजगार पाते हैं। खादी और कुटीर उद्योगों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। हमारी सरकार बिहार के हर युवा को रोजगार देने के लिए संकल्पित है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत हमने लगभग 29000 उद्यमियों को 2006 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की गई है। दस-दस लाख रुपये की सहायता पाकर बिहार के युवा न सिर्फ अपने लिए रोजगार का इंतजाम कर रहे हैं, बल्कि दर्जनों दूसरे लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। उद्यमियों को मजबूती प्रदान करने के लिए कलस्टर योजना पर भी काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत चार-चार लाख रुपये की राशि पहली किस्त के रूप में दी जाती है। जिन लोगों ने प्रथम किस्त का उपयोग कर लिया है, उन्हें दूसरी किस्त भी दी गई है और दूसरी किस्त की उपयोगिता का प्रमाणपत्र देने वाले उद्यमियों को तीसरी किस्त भी दे दी गई है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत पिछले आठ महीनों में हजारों नए उद्योग खुल चुके हैं। हर उद्योग में पांच से दस लोगों को रोजगार मिला है। हम चाहते हैं कि बिहार के युवा बिहार में ही काम करें। बिहार में ही उद्योग लगाएं और अपने गांव समाज के दूसरे लोगों को भी रोजगार दें। उद्योग विभाग की हर योजना का लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा नए उद्योग स्थापित हों। राज्य के युवाओं को उद्योग लगाने के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। खादी मेला और हैंडलूम मेला लगा कर उन्हें मार्केटिंग का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा खादी मॉल के माध्यम से मार्केटिंग में मदद दी जाएगी । उन्होंने युवा उद्यमियों से कहा कि उद्योग के लिए मिलने वाले ऋण को खैरात न समझें। योजना चाहे जो भी हो, सरकार से मिलने वाली वित्तीय सहायता का उपयोग नए उद्योगों की स्थापना और पुराने उद्योगों के विस्तार के लिए करें। भागलपुर के सांसद अजय कुमार मंडल ने कहा कि भागलपुर के रेशम और खादी को और अधिक बढ़ावा दिया जाना चाहिए । इससे ढेर सारे लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि समीर कुमार महासेठ बिहार के उद्योगों को आगे ले जाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। बोलते कम हैं, लेकिन इनका काम दिखता है। बिहार राज्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी दिलीप कुमार ने कहा कि प्रदेश की सभी खादी संस्थाओं को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड से सहायता दी जा रही है। भागलपुर का खादी मेला भी एक ऐसा प्रयास है जिसके माध्यम से खादी वस्त्र के उत्पादकों को बाजार मुहैया कराया जा रहा है।