पानीपत में शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 को पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन (NTTM), वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से एक उच्च-स्तरीय चिंतन शिविर का सफल आयोजन किया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों, उद्योग जगत के नेताओं, अनुसंधान विशेषज्ञों और नवप्रवर्तकों ने भाग लिया। सभी ने मिलकर पानीपत वस्त्र क्लस्टर को तकनीकी वस्त्र, सर्कुलैरिटी और उच्च-मूल्य निर्यात के वैश्विक केंद्र में रूपांतरित करने के लिए रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया, जो विज़न 2047 के उद्देश्यों के अनुरूप है।
उद्घाटन सत्र में मंत्रीस्तरीय समर्थन, विस्तृत प्रगति रिपोर्ट और कई प्रमुख राष्ट्रीय पहलों की लॉन्चिंग देखने को मिली। माननीय श्री पबित्रा मार्गेरिटा, राज्य मंत्री (वस्त्र), ने वीडियो संदेश के माध्यम से पानीपत की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने पानीपत को भारत का प्रमुख वस्त्र एवं रीसाइक्लिंग केंद्र बताते हुए तकनीक-आधारित, टिकाऊ विकास की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। वस्त्र मंत्रालय के आर्थिक सलाहकार श्री राजिंदर कुमार ने स्वास्थ्य, रक्षा और अवसंरचना सहित विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी वस्त्रों के बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने पानीपत की नवाचार केंद्र के रूप में विकसित होने की प्रबल संभावनाओं का उल्लेख किया तथा मानकों, प्रोत्साहनों और क्षमता निर्माण के माध्यम से सरकार के निरंतर समर्थन को दोहराया। NTTM के मिशन निदेशक श्री अशोक मल्होत्रा ने मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन के अंतर्गत प्राप्त महत्वपूर्ण उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि FY21 में 1480 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ शुरू हुए मिशन ने अब तक 550 करोड़ रुपये के अनुदान के साथ 168 R&D परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। इनमें—
· 61 नई उत्पाद विकास परियोजनाएँ
· 48 परियोजनाएँ स्थिरता पर केंद्रित
· 21 आयात प्रतिस्थापन से संबंधित
· 31 पेटेंट आवेदन दाखिल, और 10 परियोजनाएँ पूर्णता के निकट
इसके अतिरिक्त, मिशन ने 12 करोड़ रुपये के अनुदान से 24 स्टार्टअप्स को समर्थित किया है तथा 24 कौशल विकास पाठ्यक्रम विकसित किए हैं, जिनके माध्यम से 1000 से अधिक प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया गया है। श्री मल्होत्रा ने पारंपरिक वस्त्र उद्योग द्वारा इन उपलब्धियों का लाभ उठाकर उच्च-मार्जिन तकनीकी वस्त्र क्षेत्रों में विविधीकरण करने के बड़े अवसरों पर विशेष जोर दिया। PHDCCI पैकेजिंग समिति के सह-अध्यक्ष श्री आर.के. विज ने स्वागत भाषण देते हुए पानीपत की पहचान को भारत के प्रमुख वस्त्र रीसाइक्लिंग हब के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने तीन प्रमुख पहलों के शुभारंभ की घोषणा की: अटल सेंटर ऑफ टेक्सटाइल रीसाइक्लिंग एंड सस्टेनेबिलिटी – NTTM के अंतर्गत, प्रो. बिपिन कुमार, IIT दिल्ली के समन्वय में।नेशनल फ्लैग रीसाइक्लिंग इनिशिएटिव – मेजर जनरल असीम कोहली (सेवानिवृत्त) द्वारा संचालित, राष्ट्रीय ध्वज के सम्मानजनक एवं पर्यावरण-अनुकूल निपटान हेतु। टेक्सटाइल–टेक–इननोवेटर फॉर टेक्सटाइल एंटरप्रेन्योर्स प्रोग्राम – AIC, IIT दिल्ली के सहयोग से, नई पीढ़ी के उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए।
प्रसिद्ध निटिंग विशेषज्ञ, श्री सुनील कुमार पुरी ने “पानीपत क्षेत्र के लिए तकनीकी वस्त्रों में अवसर एवं प्रोत्साहक” विषय पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने फ्लैट-बेड निटिंग तकनीक को भविष्य के लिए अत्यंत बहुपयोगी बताते हुए बताया कि यह तकनीक जटिल 2D व 3D संरचनाएँ, सीमलेस डिज़ाइन और पूर्णतः इंजीनियर उत्पाद तैयार करने में सक्षम है।
उन्होंने एयरोस्पेस, ऑटोमोबाइल और चिकित्सा क्षेत्रों में तकनीकी वस्त्रों के बढ़ते उपयोग तथा स्मार्ट, कंडक्टिव और रिस्पॉन्सिव टेक्सटाइल जैसे निटेड ECG मॉनिटर और कूलिंग गारमेंट्स की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन सत्र के बाद कार्यक्रम दो प्रमुख तकनीकी सत्रों में आगे बढ़ा।
सत्र 1: “रीसाइक्लिंग, सर्कुलैरिटी एवं स्टार्टअप्स”| IIT दिल्ली के प्रो. बिपिन कुमार द्वारा संयोजित। प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे: डॉ. एम. एस. परमार, महानिदेशक, NITRA, डॉ. नंदन कुमार, CMD, HPT Textiles, श्री मनीष छाबड़ा, पार्टनर, सत्यं पॉलिक्निट्स, श्री आलोक पांडे, CEO, AIC सोनीपत, श्री रवि कुमार, जीएम–टेक्निकल हेड, तेजिन इंडिया चर्चा में स्वदेशी रीसाइक्लिंग समाधान, फायर-रेटार्डेंट होमटेक नवाचार और पानीपत में तकनीकी उन्नयन के अवसर प्रमुख रहे।
सत्र 2: “गुणवत्ता, अनुपालन, कौशल एवं क्लस्टर सहयोग”, Moderated by श्री निशांत आनंद, ब्यूरो वेरिटास।
पैनल में शामिल थे: श्री जे. के. गुप्ता, वैज्ञानिक-ई एवं प्रमुख, वस्त्र विभाग, BIS, डॉ. सुधर्शन धमीजा, HoD, PIET, डॉ. स्वप्ना मिश्रा, CEO, TSSC, डॉ. एस. वैभव, IIT मंडी के iHub & HCi फाउंडेशन
चिंतन शिविर के साथ-साथ PHDCCI द्वारा एक नवाचार प्रदर्शनी भी आयोजित की गई, जिसमें वस्त्र क्षेत्र से जुड़े नवीन उत्पादों एवं सेवाओं का प्रदर्शन किया गया। स्टॉलों में शामिल थे:
· उद्यमिता और स्टार्टअप मेंटरिंग समाधान
· हाई-परफॉर्मेंस टेक्सटाइल रीसाइक्लिंग
· आर्मी वेस्ट रीसाइक्लिंग
· मिल्कवीड जैसी नई फाइबर तकनीकें
भाग लेने वाले प्रमुख संस्थान: NTTM, NITRA, ब्यूरो वेरिटास, AIC, Ecosynx Innovation, ITTA, TSSC, IIT मंडी और Sewaj Neesim Foundation।
पानीपत तकनीकी वस्त्र चिंतन शिविर अत्यंत सफल रहा, जिसमें नीति-निर्माताओं, उद्योग नेताओं, शोधकर्ताओं और नवप्रवर्तकों ने एक साझा मंच पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम में पानीपत उद्योग से बड़ी संख्या में प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही और इसे व्यापक राष्ट्रीय मीडिया कवरेज प्राप्त हुई। सभी सत्रों में चर्चाओं ने तकनीकी प्रगति और वैश्विक प्रतिस्पर्धा की दिशा में साझा प्रतिबद्धता को दर्शाया। नई संस्थाओं और पहलों के शुभारंभ के साथ, यह शिविर उच्च-मूल्य, भविष्य-उन्मुख वस्त्र पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण की दिशा में एक निर्णायक कदम साबित हुआ, जो भारत के विज़न 2047 में पानीपत के महत्वपूर्ण योगदान को और सुदृढ़ करता है।
