अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), पटना के चिकित्सक डॉ. रमन किशोर के नेतृत्व में उनकी टीम अब तक 10 हजार से ज्यादा मरीजों का मुफ्त इलाज कर चुकी है। इस टीम के अन्य डॉक्टर भी एम्स पटना में काम करते हैं।
रमन ने यह सराहनीय पहल करीब चार साल पहले शुरू की थी । उन्होंने कहा कि तब से अब तक हर रविवार किसी न किसी गांव में शिविर लगाया है , पटना के आसपास करीब 30 किलोमीटर के क्षेत्र में 89 स्वास्थ्य शिविर लगाए गए है .=
इन शिविरों के दौरान उन्होंने 10 हजार से ज्यादा मरीजों का नि:शुल्क इलाज किया है। वह अपनी तनख्वाह का 70 से 80 फीसदी हिस्सा लोगों के मुफ्त इलाज पर खर्च कर देते हैं. उनका आकलन है की बिहार के ग्रामीण इलाकों में लोग बीमारियों के बारे में ज्यादा जागरूक नहीं हैं।
रमन ने कहा, की इंटर्नशिप के दौरन पाया कि वहां लकवे के कई मरीज आ रहे हैं। इसके बाद से उन्होंने ग्रामीण इलाकों में लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना शुरू किया। उन्होंने कहा कि उनकी टीम गांव में इलाज करने वाले हर मरीज के संपर्क में रहती है। इसके लिए उन्होंने एक ऐप भी बनाया है, जिसमें मरीजों की पूरी हिस्ट्री और कॉन्टैक्ट नंबर रखे गए हैं। वे समय-समय पर मरीजों से बातचीत करते हैं और उन्हें इलाज के बारे में उचित सलाह देते हैं।