बिहार में अक्तूबर नवंबर में तय विधानसभा चुनाव की तारीखों को लेकर खींचतान और बढ गयी है . लोकजनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान ने भी सुझाव दिया है कि कोरोना को देखते हुए चुनाव आगे टाल देना चाहिये . लेकिन चिराग पासवान का ये बयान एनडीए को पसंद नहीं आया और खुद बीजेपी के सुशील मोदी ने ये ट्रवीट कर दिया कि जो विघार्थी कमजोर होते है वही परीक्षा से डरते हैं. बाद में बीजेपी के समझाने पर मोदी का ये ट्वीट डिलीट कर दिया गया और कहा गया कि एनडीए में सब ठीक है .
चिराग ही नहीं कांग्रेस और आर जे डी भी चुनाव की तारीखों को आगे बढाने की बात कह चुके है. राजनीतिक विश्लेषक सर्वेश तिवारी कहते है कि लोगों की जान बचाना ज्यादा जरुरी है पहले कोरोना का संकट सबसे बड़ा है .राजनीती और सत्ता का मकसद लोगों का भला होना चाहिये . चुनाव से खतरा और बढ सकता है .पहली प्राथमिकता कोरोना को काबू पाना हो बाद में कुछ और ख्याल किया जाये.
रविवार को पहली बार बिहार में एक दिन में सबसे अधिक नए कोरोना मरीजों का रिकार्ड सामने आया। बिहार स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक दिन में 1266 नये मरीज आए हैं , जो अब तक का रिकार्ड है। नीतीश कुमार ने कम जांच कराने के आरोप के बीच राज्य में प्रति दिन 15 हजार टेस्ट कराने का निर्देश दिया है। जानकारों ने आशंका जताई है कि अधिक जांच होने से और मरीज सामने आ सकते हैं। इसी आशंका के मद्देनजर बिहार के अधिकतर जिलों में फिर से लॉक डाउन को लागू कर दिया गया है। वहीं, चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार उसकी तैयारी पूरी है और 15 अगस्त के बाद हालात की समीक्षा होगी, जिसके बाद चुनाव के डेट के बारे में अंतिम फैसला होगा। तय समय के अनुसार राज्य में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।